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Agni Puran

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code :1362

book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 850

Description : इस में सदाचार-महिमा, वर्णाश्रम धर्म, भक्ति तथा भक्त के लक्षण, विविध प्रकार के मन्त्र, देवपूजन, तीर्थ-माहात्म्य, दान-धर्म के माहात्म्य और भगवान् विष्णु की महिमा के साथ अनेक भक्तिपरक उपाख्यानों का विस्तृत वर्णन किया गया है। सचित्र, सजिल्द।

Garud Puran

(1 customer review)

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code :1189
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 624

Description :इस पुराण के अधिष्ठातृ देव भगवान् विष्णु हैं। इस में
भक्ति, ज्ञान, वैराग्य, सदाचार, निष्कामकर्म की महिमा के साथ यज्ञ, दान,
तप तीर्थ आदि शुभ कर्मों में सर्व साधारण को प्रवृत्त करने के लिये अनेक
लौकिक और पारलौकिक फलों का वर्णन किया गया है। इसके अतिरिक्त इसमें
आयुर्वेद, नीतिसार आदि विषयों के वर्णन के साथ मृत जीव के अन्तिम समय में
किये जानेवाले कृत्यों का विस्तार से निरूपण किया गया है। आत्मज्ञान का
विवेचन भी इसका मुख्य विषय है।

Gita Dainandini Gita Dairy from Gita Press for New Year 2021 Delux Edition

(15 customer reviews)

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only

book Size

Description :As Every Year Gita Press Published Gita Dainandini Delux Edition for 2021 and Now it is in stock here .

Every page has Gita Shlokas and Hindu Panchang Tithi Fastival etc .

Good for daily use .

Hurry Up to Buy because Every Year Gita Dairy prints in limited stock and becomes Out of Stock very soon .

 

Harivansh Puran

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code : 1589
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )

Description : हरिवंशपुराण वेदार्थ-प्रकाशक महाभारत ग्रन्थ का अन्तिम
पर्व है। पुत्र प्राप्ति की कामना से हरिवंशपुराण के श्रवण की परम्परा
भारतवर्ष में चिरकाल से प्रचलित है। अनन्त भावुक धर्मपरायण लोग इसके
श्रवण से पुत्र-प्राप्ति का लाभ प्राप्त कर चुके हैं। भगवद्बक्ति तथा
प्रेरणादायी कथानकों की दृष्टि से भी इसका बड़ा महत्व है। भगवान्
श्रीकृष्ण से सम्बन्धित अगणित कथाएँ इसमें ऐसी हैं, जो अत्यन्त दुर्लभ
हैं। धार्मिक जन-सामान्य के कल्याणार्थ इसके अन्त में
सन्तानगोपाल-मन्त्र, अनुष्ठान-विधि, सन्तान-गोपाल-यन्त्र,
सन्तान-गोपालस्तोत्र भी संगृहीत हैं।

Ishadi Nau Upnishad

इस पुस्तक में ईश, केन, कठ, मुण्डक, माण्डूक्य, ऐतरेय, तैत्तिरीय तथा श्वेताश्वतर उपनिषद्के मन्त्र, मन्त्रानुवाद, शाङ्करभाष्य और हिन्दी में भाष्यार्थ एक ही जिल्द में प्रकाशित किया गया है। यह पुस्तक संस्कृत के विद्यार्थियों तथा ब्रह्मज्ञान के जिज्ञासुओं के लिये विशेष उपयोगी है। The book comprises nine Upanishads such as Isha, Ken, Kath, Mundak, Mandukya, Aitareya, Taittiriya and Shwetashwatar with text and its translation and commentary by Shankaracharya in Hindi. The book is useful for the students of Sanskrit and the person desirous of having the knowledge about Brahma.

Ling Mahapuran

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Sanskrit With Hindi Translation
Book Code : 1985
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 832
Description : कल्याण का वार्षिक विशेषांक – लिंगमहापुराणांक पुस्तक रूप
में पुनर्मुद्रित। अनुवाद सहित।

Mahabhagwat ( Devi Puran)

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code :1610
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 432

Description : इस में सदाचार-महिमा, वर्णाश्रम धर्म, भक्ति तथा भक्त के लक्षण, विविध प्रकार के मन्त्र, देवपूजन, तीर्थ-माहात्म्य, दान-धर्म के माहात्म्य और भगवान् विष्णु की महिमा के साथ अनेक भक्तिपरक उपाख्यानों का विस्तृत वर्णन किया गया है। सचित्र, सजिल्द।

Markandey Puran

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code : 1432
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 302

Description :भगवती की विस्तृत महिमा का परिचय देने वाले इस पुराण में
दुर्गासप्तशती की कथा एवं माहात्म्य, हरिशचन्द्र की कथा, मदालसा-चरित्र,
अत्रि-अनसूया की कथा, दत्तात्रेय-चरित्र आदि अनेक सुन्दर कथाओं का
विस्तृत वर्णन है।

Matsya Puran

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code :557
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 1100

Description : इस में सदाचार-महिमा, वर्णाश्रम धर्म, भक्ति तथा भक्त के लक्षण, विविध प्रकार के मन्त्र, देवपूजन, तीर्थ-माहात्म्य, दान-धर्म के माहात्म्य और भगवान् विष्णु की महिमा के साथ अनेक भक्तिपरक उपाख्यानों का विस्तृत वर्णन किया गया है। सचित्र, सजिल्द।

Narad Puran Only Hindi

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code :1183
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 768

Description : इस में सदाचार-महिमा, वर्णाश्रम धर्म, भक्ति तथा भक्त के लक्षण, विविध प्रकार के मन्त्र, देवपूजन, तीर्थ-माहात्म्य, दान-धर्म के माहात्म्य और भगवान् विष्णु की महिमा के साथ अनेक भक्तिपरक उपाख्यानों का विस्तृत वर्णन किया गया है। सचित्र, सजिल्द।

Narsingh puran

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code :1113
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 831

Description : इस में सदाचार-महिमा, वर्णाश्रम धर्म, भक्ति तथा भक्त के लक्षण, विविध प्रकार के मन्त्र, देवपूजन, तीर्थ-माहात्म्य, दान-धर्म के माहात्म्य और भगवान् विष्णु की महिमा के साथ अनेक भक्तिपरक उपाख्यानों का विस्तृत वर्णन किया गया है। सचित्र, सजिल्द।

Padm Puran

Publisher : Gita Press Gorakhpur
Language : Hindi Only
Book Code : 44
Book Size : Granthakar ( 26*14*4 Cms )
Pages : 1008

Description : इस पुराण में भगवान् विष्णु की विस्तृत महिमा के साथ,
भगवान् श्री राम तथा श्री कृष्ण के चरित्र, विभिन्न तीर्थों का
माहात्म्य, शालग्राम का स्वरूप, तुलसी-महिमा तथा विभिन्न व्रतों का
सुन्दर वर्णन है। केवल हिन्दी में।