₹349.00 Original price was: ₹349.00.₹295.00Current price is: ₹295.00.
Edition : 2015
Language : Hindi
Pages : 304
Weight : 21×14 cm
Author : Swami Akhandanand Ji Saraswati
Author : Sat Sahitya Prakashan
… आनन्द मंजूषा …
परमपूज्य महाराज श्री स्वामी श्री अखंडानंद सरस्वती जी महाराज के प्रवचनों से चयनित आठ लागु पुस्तिका रूपी आभूषण और उनमे टंकित है। अनेक छोटे छोटे बहुमूल्य – अनमोल हीरे – मोती – नग – नगीने। जैसे की धनहीन को धन , आनन्दिन को आनंद , विद्याहीन को विद्या , विवेकहीन को विवेक , भुधिहिं को भुधि , भक्तिहीन को भक्ति , ज्ञानहीन को ज्ञान मिले , वैसे ही इस आनंद मंझूषा म ऐसा धन आपको तो धनवान बनाएगा ही आपमें उस प्राप्त धन को लूटने की इच्छा भी जगायेगा। फिर कौन अपना कौन परया ? जो आपके सम्मुख वही पायेगा और जो आपने किया वही वे भी कर पायेगा। इस धन की विशेषता ये की जो जितना लुटायेगा उसके पास लूटने के लिए और – और बढ़ता जायेगा। तो फिर देर काहे करते हो। खोलो ” आनंद मंझूसा ” र शुरू हो जाओ







![Shri Ling Mahapuran : ( Sanskrit & Hindi Code- 1985 ) / [ By Vedvyas Ji ] Geeta Press / Hardcover](https://brijbhoomi.co.in/wp-content/uploads/2019/11/ling-mahapuran.jpg)
One of the leading and trusted online store for all kind of religious and spiritual books.
Reviews
There are no reviews yet.