1857 Ka Swatantraya Samar By Vinayak Damodar Savarkar ( Prabhat Prakashan )

Original price was: ₹499.00.Current price is: ₹449.00.

Edition : 2024

Author : Vinayak Damodar Savarkar

Weight : 480

Size : 21×14 cm

Language : Hindi 

Binding : Paperback 

Pages : 424

 

 

विनायक दामोदर सावरकर द्वारा लिखित “1857 का स्वातंत्र्य समर” ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ 1857 के भारतीय विद्रोह का ऐतिहासिक विवरण है । सावरकर की कृतियाँ इस विद्रोह को महज विद्रोह के रूप में नहीं, बल्कि ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक एकीकृत राष्ट्रीय विद्रोह, स्वतंत्रता का पहला युद्ध मानती हैं। पुस्तक में विद्रोह के कारणों, घटनाओं और परिणामों का विस्तार से वर्णन किया गया है तथा भारतीय सेनानियों की बहादुरी और दोनों पक्षों की क्रूरता पर प्रकाश डाला गया है। यह उस समय के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य और भारतीय लोगों के स्वतंत्रता संघर्ष पर भी जोर देता है।

“1857 का स्वातंत्र्य समर वीर सावरकर रचित ‘1857 का स्वातंत्र्य समर’ विश्‍व की पहली इतिहास पुस्तक है, जिसे प्रकाशन के पूर्व ही प्रतिबंधित होने का गौरव प्राप्‍त हुआ। इस पुस्तक को ही यह गौरव प्राप्‍त है कि सन् 1909 में इसके प्रथम गुप्‍त संस्करण के प्रकाशन से 1947 में इसके प्रथम खुले प्रकाशन तक के अड़तीस वर्ष लंबे कालखंड में इसके कितने ही गुप्‍त संस्करण अनेक भाषाओं में छपकर देश-विदेश में वितरित होते रहे। इस पुस्तक को छिपाकर भारत में लाना एक साहसपूर्ण क्रांति-कर्म बन गया। यह देशभक्‍त क्रांतिकारियों की ‘गीता’ बन गई। इसकी अलभ्य प्रति को कहीं से खोज पाना सौभाग्य माना जाता था। इसकी एक-एक प्रति गुप्‍त रूप से एक हाथ से दूसरे हाथ होती हुई अनेक अंत:करणों में क्रांति की ज्वाला सुलगा जाती थी। पुस्तक के लेखन से पूर्व सावरकर के मन में अनेक प्रश्‍न थे—सन् 1857….

Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “1857 Ka Swatantraya Samar By Vinayak Damodar Savarkar ( Prabhat Prakashan )”

Your email address will not be published. Required fields are marked *