Shrimad Bhagwat Rahashy by Shree Ramchandra Kesavdas Dongreji Maharaj ( Rupesh Thakur Prasad Prakashan ) ( Hardcover )

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Shrimad Bhagwat Rahashy by Shree Ramchandra Dongreji Maharaj ( Rupesh Thakur Prasad Prakashan ) ( Hardcover )

Edition : 2024

Size : 27x18x4

Weight : 1.6 kg 

Pages : 840

Author : Ramchandra Kesavdas Dongre Ji Maharaj 

10 in stock

महर्षि व्यासजी को इसकी रचना ही से शान्ति मिली, जिससे अकाम कर्म, निष्काम कर्म, साधन भक्ति आदि का परम रहस्य बड़ी ही मधुरता के साथ भरा हुआ है ” यि परमहंस्यमेकममलं ज्ञानं परं गीयते “। यह ग्रन्थ भगवान के मधुरतम प्रेम रस का छलकता हुआ सागर है । इसकी कोई तुलना नहीं है । इस ग्रन्थ के पठन – पाठन , मनन एवं सुनने से मनुष्य की सभी भ्रान्तियाँ दूर हो जाती है और शीघ्र ही शाश्वत शान्ति प्राप्त होती है । राजा परीक्षित ने सुखदेव जी से इसका श्रवण करके मोक्ष प्राप्त किया । श्री रामचन्द्र केशव डोंगरे जी महाराज ने सर्वप्रथम प्रस्तुत ग्रन्थ “ श्रीमद् भागवत रहस्य ” की रचना गुजराती भाषा में ” श्रीमद् भागवत कथा ” के नाम से किया था , जिसका हिन्दी अनुवाद आपके समक्ष है । श्री डोंगरे जी ने भागवत की दुरूहता को विविध दृष्टान्तों द्वारा अत्यन्त सरल , सुगम , रोचक एवं शिक्षाप्रद बनाकर भक्तजनों का बहुत बड़ा कल्याण किया है । डोंगरे जी द्वारा भागवत का मधुर प्रवचन सुनना सभी को अच्छा लगता था , उनके प्रवचन में लोग लाखों की संख्या में एकत्र होते थे । उनके प्रवचनों के कैसेट्स भी बन गये हैं । यद्यपि इसका हिन्दी अनुवाद के अनेकों संस्करण हो चुके हैं फिर भी प्रस्तुत संस्करण सर्वोत्तम है , यदि ये कहा जाये तो अतिशयोक्ति नहीं होगी । जो लोग संस्कृत का ज्ञान नहीं रखते , ऐसे व्यक्तियों के लिए श्री सन्त डोंगरे जी महाराज ने भाव – विभोर , पियूष वर्षिणी कथा को अधिकाधिक सुविधापूर्वक समझने के हेतु लिख दिया है । प्रस्तुत पुस्तक सरल हिन्दी भाषा में मोटे – मोटे अक्षरों में बहुत सफाई के साथ अच्छे कागज पर छपी है , जिसे बड़े – बूढ़े तथा कम पड़ी महिलायें भी पढ़कर लाभ उठा सकती हैं । आशा है पाठकगण इस ग्रन्थ के पठन द्वारा भगवत – कृपा , जीवन में सुख , शान्ति , समृद्धि तथा अन्त में मोक्ष प्राप्त कर सकेंगे

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